प्रेस नोटः
25 फरवरी 2016
लुधियाना पुलिस के संरक्षण में भू-माफिया
की गुंडागर्दी

देश
के शहरों की हर गली-मौहल्ले में ऐसे-ऐसे भू-माफिया बैठे हैं जो सरकारी जमीनों पर तो
कब्ज़ा कर ही लेते हैं साथ ही कमज़ोर व गरीब वर्ग के पीड़ितों को भी अपना शिकार बनाने
से नहीं चूकते। यह दरिंदे, प्रशासकीय व पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर अपने काले व
घिनौने कारनामो को अंजाम देते हैं।
यह
लोग सरकार को stamp duty के नाम पर लाखों रु. का चूना लगाते हैं, जाली रजिस्ट्रियाँ
करवाते है, पते में धोखाधड़ी करते हुए लाखों रुपयों के stamp duty की चोरी करते हैं।
सबूतों के साथ सम्बंधित अधिकारियो को बताये जाने के बावजूद ऐसे मामलों में कोई कार्यवाही
नहीं की जाती और अपने-अपने क्षेत्र का दरोगा कानून के फरमानों की धज्जियाँ उड़ाना अपनी
शान समझता है।
अदालत
के दस्तावेज़ में लिखे शब्दों का बहाना बनाकर अपने स्वार्थ व भ्रष्टाचार के लिए उस भू-माफिया
का सहयोग करने से कभी नहीं हिचकिचाता जो उसकी जेबें गरम कर देता है जबकि शिकायतकर्ता
को मामला सिविल का है कहकर भगा देता है जबकि इसी तरह के दूसरे मामले में किसी दूसरे
थाने में वहाँ का दरोगा मामले को सिविल ना मानकर क्रिमिनल करार देता है और कार्यवाही
करते हुए उस शिकायतकर्ता पक्ष (जो जेब गर्म नहीं करता) को आर्थिक व मानसिक रूप से नुकसान
पहुँचाने का काम करता है।
ऐसे
भू-माफिया व उनको सहयोग देनेवाले भ्रष्ट पुलिस अधिकारियो की जमात मिलकर देश को लूटने
का काम कर रही है। यह भू-माफिया अपने-अपने क्षेत्र में किसी न किसी राजनैतिक पार्टियों
से जुडे रहते हैं या जुड़े रहने का नाटक करते हुए क्षेत्र में दबंगगिरी व गुंडागर्दी
करते हुए नज़र आते हैं।
संगठन
चाहता है ऐसा ना हो कि, शिकायतकर्ता पक्ष ऊधम सिंह