प्रेस नोट : 03 जून 2014
वास्तविक हमलावर भ्रष्ट राजनैतिक नेता हैं !

देश
की भ्रष्ट राजनैतिक व्यवस्था ने हमें इस मोड़ पर ला खड़ा किया है जैसे, जिस स्थिती में
पानी से भरा हुआ गुब्बारा होता है जिसमें पानी भरने की और गुन्जाईश नहीं होती| ऐसे
गुब्बारे पर अगर हल्की सी भी नुकीली चोट पड़ जाये तो वह फट जाता है| देश में अधिकांशतः
परिवारों की यही स्थिती हो गई है, इस भ्रष्ट राजनीति ने 2जी, कोलगेट, बोफोर्स आदि जैसे
जाने कितने घोटाले करके स्विस बैंकों में अरबों रुपये पहुँचाये हैं जिसकी बदौलत महँगाई
दिन-प्रतिदिन बढती चली जा रही है| आम जनता का गुस्सा बारूद के ढेर पर रखा हुआ है जहाँ
हल्की सी चिंगारी दिखाना भर देश में तबाही मचाने के लिये पर्याप्त है| हालत यह हो चुकी
है कि, एक छोटा सा नाबालिग बच्चा भी अपनी नासमझी भरी हरकतों से माँ-बाप, पड़ोसी या रिश्तेदारों
को इस प्रकार क्रोधित कर देता है कि क्रोधित व्यक्ति या परिवार उस बच्चे को जान से
मारने पर आमादा हो जाते हैं| देखा जाये तो हम यह कह सकते हैं कि, जिसने नाबालिग बच्चे
पर जो हमला किया हम उस हमलावर या उस परिवार को ही दोषी मान लेते हैं मगर क्या हम उस
गुस्सा रूपी पानी भरे गुब्बारे को फूटने से रोक सकते हैं, जिसपर बच्चे द्वारा हल्की
सी चोट दी गई हो अगर नहीं, तो फिर उस परिवार को दोषी मानना क्या जायज़ होगा?
हम
सबको समझना चाहिये कि ऐसे परिवार जो हमारे देश में लाखों की संख्या में पनपते चले जा
रहे हैं उनका असली दोषी कौन है? क्या यह भ्रष्ट नेता जो गली के 2-4 गुंडों का सहारा
लेकर पूरे क्षेत्र में खुद का साम्राज्य स्थापित किये रहते हैं क्या वे इस हमले के
दोषी नहीं हैं? भ्रष्ट नेताओं की कठपुतली इन गुंडे बदमाशों का कार्य होता है क्षेत्र
के रहनेवालों को आपसी झगड़ों में उलझा कर एक का साथ देते हुये दूसरे को प्रताड़ित करना|
हमें समझना चाहिये कि यह क्षेत्रीय गुंडे कभी किसी के नहीं होते यह सिर्फ पैसों के
गुलाम और भ्रष्ट नेताओं के चमचे ही होते हैं| जिस दिन हम बदमाशों के बहकावे मे आना
छोड़ देंगे उस दिन यह बदमाश या नेता हमारे तलवे चाटना शुरू कर देंगे| जिस प्रकार छोटे-छोटे
लोहे के कणों को भट्टी में गरम करके एक बड़ा गोला बनाया जाता है लोहे के इस गोले को
मटियामेट करने के लिये बढे से बढे हथियार भी हार मान जाते हैं| उसी प्रकार हम सब की
एक-जुटता को चोट पहुँचाना किसी भी भ्रष्ट राजनैतिक व्यवस्था के लिये आसान नहीं होगा|