सरकारी बाबुओं के सहयोग से बाहुबली लूटते हैं कर-दाताओं के खून-पसीने की
कमाई

मानव की ऐसी कई मूलभूत जरूरते
हैं जो सरकारी संस्थाओं के जरिये आम जनता को प्राप्त होती है जिसमें से मुख्य जरूरत
बिजली है| जो हमारे देश में काफी जगह सरकारी संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाती है मगर
हमारे देश के कई भ्रष्ट नेता, बाहुबली या दबंग नेता अपने-अपने क्षेत्र में इस सेवा
का उपयोग तो करते हैं मगर उसका भुगतान न करना अपना हक समझते हैं जगह-जगह यह लोग बिना मीटर के बिजली का उपयोग करते हैं और ऐसा इंतजाम करते
हैं जिससे नाममात्र को ही बिजली का बिल आये| कई जगह यह लोग सीधा बिजली के तारों
से अपने घर के तार जोड़ कर बिना मीटर के ही बिजली प्राप्त करते हैं|
हमारे देश के
अधिकांशतः शरीफ लोग इन दबंगों के यह सारे गोरखधंधे देखते हैं, जानते हैं और रोज़ उनसे
सामना भी करते हैं, मगर "हम शरीफ है" "हमें
बेकार में किसी के लफड़े में नहीं पड़ना" यह कहना वे अपनी शान समझते हैं और अपने आप को शरीफ बताते हुये इन अपराधों को नजर अंदाज
करते चले जाते हैं जिसका खामियाज़ा उन करोड़ों "कर दाताओं" को भुगतना पड़ता
है जिनकी जेब से इन चोर, दबंगों द्वारा चोरी की जा रही बिजली का भुगतान होता है इस
पूरी गोरखधंधे की जानकारी, क्षेत्र के बिजली विभाग के छोटे से छोटे कर्मचारी से लेकर
हाई-कमान तक सबको रहती है|
ऐसा ही बिजली
चोरी से संबंधित एक मामला संगठन के पास आया है जिसमें दिलबाग उर्फ काका और प्रवीन(मकान
नं. 102, मनोज कॉलोनी, जस्सियाँ रोड़, लुधियाना, पंजाब) के परिवार का बिजली का मीटर
5 या 6 वर्ष पहले बिजली विभागवालों ने बिजली का बिल न
भरने की वजह से "बिजली का मीटर" काट कर ले गये थे मगर तब से लेकर आजतक यह
परिवार अपने घर में बिजली के सारे जरूरी उपकरण(जैसे टेबल पंखा, हीटर, फ्रिज, रौशनी
के बल्ब, पंखे) और LCD TV का भी उपयोग लगातार कर रहे हैं| यह पूरी जानकारी
क्षेत्र के पुलिस विभाग को भी रहती है मगर वे इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं करते,
संगठ्न संबंधित मामले में एक पत्र क्षेत्र के पुलिस अधिकारी, विजिलेन्स अधिकारी, बिजली
विभाग के अधिकारी और बिजली विभाग के मुख्यालय में भेज रहा है|
पत्र का विवरण निम्न प्रकार हैः
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