पुलिस की मिलीभगत
से चोर बने साहूकार
देश में हो रही
कुछ घटनाओं को देख कर यह नज़र आता है कि दबंग, बाहुबली व भ्रष्ट अधिकारी आपसी मिली-भगत
से किस प्रकार अपने-अपने क्षेत्र में पीड़ितों व गरीबों के ऊपर शासन करते हुये उन्हें
प्रताड़ित करते हैं| गली-मौहल्ले का दादा शराब पीकर मौहल्ले
में दंगा करता है, पुलिस प्रशासन का व्यवहार आम नागरिकों के साथ उचित न होने
की वजह से कोई भी पीड़ित या शोषित व्यक्ति इन दबंगों गुंडे-मवाली या भ्रष्ट नेताओं के
खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराता क्योंकि इन दबंगों को कानून
के हर पहलू की जानकारी रहती है जिसका फायदा उठा कर वे पीड़ित व प्रताड़ित किये गये महिला
व पुरूष के थाने पहुँचने से पहले ही थाने पहुँचकर पीड़ित के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा
देते हैं जिससे मालूम पड़ता है कि जो प्रताड़ित हुआ था वह अगर थाने जाकर इंसाफ
पाने की कोशिश करता हैं तो पुलिस द्वारा भी प्रताड़ित होने लगता है, इस पूरे मामले को हवा देने का काम पुलिस प्रशासन के नुमाईंदे
करते हैं और दोनों ही पक्षों से रूपया खाकर अपनी जेबें गर्म करते हैं| एक पीड़ित
का यह हाल देखकर कोई भी किसी दबंग के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की हिम्मत नहीं करता जिसका
फायदा उठाकर यह दबंग अपने-अपने क्षेत्र में आतंकी रूपी दबदबा कायम रखते हैं| यह सिलसिला
हमरे देश में वर्षों से चला आ रहा है जिसे तोड़ने की पहल पुलिस प्रशासन या जिम्मेदार
अधिकारी नहीं करते है|
संगठन के पास ऐसा ही मामला
थाना- सलेम टाबरी, स्वाती नगर, जस्सियाँ रोड़, लुधियाना- 141005 क्षेत्र से आया है जिसमें
दबंग के परिवार के सदस्य ने पीड़ित की दुकान पर शराब पीकर हंगामा किया, मारपीट की और
तोड़फोड़ की जिससे पीड़ित को, उसके भाई और भाभी को काफी चोटें आईं, जिसका मेडिकल की रसीद
और शपथ-पत्र साथ में संलग्न है| अस्पताल से जब वे थाने शिकायत
दर्ज करने गये तब उन्हें मालूम पड़ा कि आरोपी ने वहाँ पहले ही पीड़ित के खिलाफ शिकायत
दर्ज कर दी है और अपने घर के एक सदस्य को अस्पताल में दाखिल(Admit) करके उसका
मेडिकल भी बनवा कर थाने में जमा करवा दिया है|
हो
सकता है पीड़ित झूठ बोल रहा हो मगर कुछ बातें पीड़ित की सच्चाई की ओर इशारा कर रही हैं
जैसे कि पीड़ित का दबंग के ऊपर पैसा बकाया था, घटना पीड़ित की दुकान पर हुई, न कि आरोपी के यहाँ, जिससे
यह पता चलता है कि आरोपी, पीड़ित के पास आया न कि पीड़ित, आरोपी के पास गया अगर आरोपी
पीड़ित के पास आया तो इसका मतलब कुछ लेने आया होगा या उधार चुकाने आया होगा और यह सर्वविदित
है कि जब तक ग्राहक दुकानवाले के साथ झगड़ा या मारपीट न क